कोरोना वायरस के लक्षण होने के बाद भी रिपोर्ट क्यों आता है निगेटिव और ऐसा होने पर क्या करें, जाने छत्तीसगढ़आसपास मीडिया टीम की खास रिपोर्ट
किसी भी प्रकार का परीक्षण 100% सटीक नहीं है और इसके कई कारण हैं जिनकी वजह से एक व्यक्ति को गलत निगेटिव रिपोर्ट मिल सकती है.
गलत निगेटिव कोविड RT-PCR रिपोर्ट के नतीजों के लिए मानवीय त्रुटि भी एक बड़ा कारण है.
कभी-कभी स्वैब के नमूने लेने वाले लोग ठीक से प्रशिक्षित नहीं होते हैं. वे स्वैब ठीक से नहीं लेते जिसके कारण कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ सकती है.
स्वैब लेने का गलत तरीका, वायरस को सक्रिय रखने के लिए तरल पदार्थ की आवश्यक मात्रा में कमी का होना, नमूनों का अनुचित ट्रांसपोर्टेशन फॉल्स भी गलत रिपोर्ट आने को बढ़ी वजह हो सकती है.
अलग अलग शख्स की इम्युनिटी अलग होती है, कुछ लोग हल्के बुखार को आसानी से झेल जाते हैं तो कुछ लोग खांसी-जुकाम होने पर भी काफी परेशानी हो जाते हैं और कोरोना में भी कुछ लोगों में कई लक्षण नजर आते हैं लेकिन सही मायनों में वायरस का लोड कम होता है, जिससे कि रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है.
कोल्ड-चेन को सही तरीके से न मैनेज करने के कारण यदि ट्रांसपोर्टेशन के दौरान वायरस सामान्य तापमान के संपर्क में आता है तो यह अपनी वाइटैलिटी खो देता है, जो भी एक बड़ी वजह हो सकती है.
टेस्ट से पहले कुछ खाना या पानी पीना आरटी-पीसीआर के रिपोर्ट को प्रभावित कर सकता है.
अगर कोरोना लक्षण नजर आ रहे है और टेस्ट का परिणाम अगर निगेटिव आया है तो पूरी सावधानी बरतें, और सेल्फ आइसोलेट में रहना चाहिए, जब तक सेहत सामान्य न हो जाए, सभी कोविड दिशानिर्देशों का पालन करें. अपने डॉक्टर के संपर्क में रहें. यदि लक्षण जारी हैं तो पहले टेस्ट के 3-4 दिन बाद फिर से टेस्ट कराएं. ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर को अपने पास रखें. लगातार जांच करते रहें. अगर आपका ब्लड ऑक्सीजन लेवल (SpO2) 91% से नीचे आता हैं तो आपको अस्पताल जाने की जरूरत है.