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वर्तमान विधायक की राह नही होगी आसान, यह दिग्गज भी है लाइन पर, बिगड़ सकते हैं सियासी समीकरण
सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान विधायक उत्तरी गनपत जांगड़े की वॉल पेंटिंग तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि एवं अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष घनश्याम मनहर की वॉल पेंटिंग की चर्चा जोरों पर। साथ ही साथ अनिका विनोद भारद्वाज, जिला पंचायत सभापति रायगढ़, विलास तिहारू राम सारथी, जिला पंचायत सदस्य रायगढ़ महिला दावेदारों के भी वाल पेंटिंग कहीं कहीं देखे जा सकते हैं।
अनिका विनोद भारद्वाज, जिला पंचायत सभापति रायगढ़
विधायक के साथ-साथ लगातार क्षेत्रों का दौरा, पार्टी गतिविधियों में उपस्थिति, संगठन कार्यकर्ताओं के साथ तालमेल और नया चेहरा के रूप में उभरकर जिला पंचायत सभापति अनिका भारद्वाज भी टिकट की होड़ में नजर आ रही है।
विलास तिहारू राम सारथी, जिला पंचायत सदस्य रायगढ़
वहीं विलास सारथी जो बरमकेला अंचल से एकमात्र दावेदार के रूप में अपने दौरे और ग्रामीण जनता से मेल मुलाकात को लेकर अपनी सक्रियता बता चुकी हैं।
घनश्याम मनहर, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि एवं अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष
पर इन सभी के बीच घनश्याम मनहर अब तक एक महत्वपूर्ण प्रत्याशी के रूप में वॉल पेंटिंग के माध्यम से टिकट के दावेदार के रूप में सामने आए हैं।
घनश्याम मनहर राजनीति में आने से पहले सरकारी शिक्षक के पद पर 18 सालो तक सेवा देते रहे और कांग्रेस पार्टी में सक्रिय राजनीति में आने के लिए पद से पहले इस्तीफा दिए और खुलकर राजनीति में आ गए। घनश्याम मनहर के पिता स्व. हुलास राम मनहर भी सारगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे वे एकमात्र सारंगढ़ के विधायक थे जो लगातार दो बार चुनाव जीते।
घनश्याम मनहर सारंगढ़ की राजनीति के साथ-साथ एक सधे हुए चुनावी रणनीतिकार के रूप में भी जाने जाते हैं। क्षेत्र की जनता में इनकी पकड़ काफी मजबूत है साथ ही साथ सारंगढ़ क्षेत्र में लगातार अपने सक्रिय दौरे से क्षेत्र की जनता में अपनी लोकप्रिय पहचान बनाए हुए हैं। युवा वर्ग के बीच में भी इनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जा रही है।
सारंगढ़ क्षेत्र की जनता को इन्होंने अपने प्रयासों से कई महत्वपूर्ण सौगात दिलवाएं है जिनमें मुख्य रूप से प्रतापगंज से रानीसागर तक गौरवपथ निर्माण के लिए शासन से 18 करोड़ की स्वीकृति दिलाना, मुड़ा तलाब के लिए 3 करोड़ की स्वीकृति दिलवाना, खैरहा में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 24 लाख रूपये की स्वीकृति के साथ साथ अन्य छोटे बड़े काम शामिल हैं।
सर्वविदित है कि घनश्याम मनहर का घनिष्ट संबंध प्रदेश के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया से भी है।
पदमा मनहर (राज्यमंत्री दर्जा), उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अनूसूचित जाति आयोग
पूर्व में इनकी पत्नी श्रीमती पदमा मनहर पूर्व विधायक रही है जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य अनूसूचित जाति आयोग की उपाध्यक्ष भी है। जो काफी सक्रिय हैं इन्होंने अपने प्रयासों से क्षेत्र की जनता को कई छोटे बड़े विकास कार्य के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से स्वीकृति दिलवाई हैं और आयोग के माध्यम से क्षेत्र की जनता ही नही बल्कि पूरे प्रदेश की जनता को न्याय दिलाने में सशक्त नजर आ रही है और हमेशा क्षेत्र की जनता के लिए आगे खड़ी दिख रही है।
परन्तु कई बार निरंतर महिला प्रत्याशियों के विधायक बनने से अब पुरुष प्रत्याशी भी सामने आ रहे हैं पार्टी की बैठकों में पुरुष प्रत्याशी की मांग भी वरिष्ठजनों ने रखी है और अगर पार्टी ऐसा विचार करती है तो खाटी कांग्रेसी नेता घनश्याम मनहर सर्वप्रथम दावेदार के रूप में नजर आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लगभग 4 महीने ही बाकी है लेकिन सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र की फिजा में कांग्रेस टिकट के दावेदारों की होड़ चरम पर नजर आ रही है।
वर्तमान में सारंगढ़-बिलाईगढ़ नया जिला बनने के बाद सारंगढ़ कांग्रेस में कई गुट नजर आने लगे है। कई कार्यकर्ताओं में मनमुटाव और नाराजगी भी देखी जा रही है। जिसे लेकर पार्टी के आला नेता भी अब तक डैमेज कंट्रोल के मूड में नहीं दिखे और ना अभी तक उन्होंने कोई पहल की। धीरे-धीरे नेताओं और कार्यकर्ताओं में आपसी मनमुटाव की आग फैलती जा रही है।
सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय विधायक उत्तरी जांगड़े के साथ अनिका विनोद भारद्वाज, विलास सारथी और घनश्याम मनहर के बड़े-बड़े वॉल पेंटिंग चर्चा के विषय बने हुए हैं। आकर्षक भव्य वृहद वॉल पेंटिंग हर सड़क ग्रामीण अंचल में देखने को मिल जाएंगे, जिसे लोग कांग्रेस के प्रचार प्रसार के नजरिए से भी देख रहे है।
कुछ दिनों पूर्व घनश्याम मनहर और अनिका भारद्वाज के वॉल पेंटिंग के ऊपर क्लोजअप कंपनी का फ्लेक्स स्टीकर वह भी नाम के ठीक ऊपर लगने से मामला गरमा गया है और जन चर्चा में पार्टी टिकट के लिए यह दोनों नामों को भारी बताया जा रहा है। उक्त नेताओं ने इस तरह के कृत्य को गलत करार दिया है और कहा है कि पार्टी संगठन कोई भी हो बैनर पोस्टर वॉल पेंटिंग से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। उक्त मुद्दा अब ग्रामीणों के मन में भी बैठता जा रहा है।
गौरतलब हो कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ नया जिला बनने के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की नियुक्ति को लेकर पार्टी नेता आमने-सामने आना स्वाभाविक सी बात है नेताओं के कार्यकर्ता भी आमने-सामने बने हुए जो एक दूसरे को निपटो निपटाओ और हटाओ की रणनीति पर कार्य कर रहे हैं। नया जिला अध्यक्ष नहीं बनने से संगठन के कार्य और तालमेल में भी बड़ा अंतर साफ दिखाई दे रहा है ब्लॉक और नगर कांग्रेस तथा उसके प्रकोष्ठ और विभाग भी पूरी तरह से सुसुप्त नजर आए हैं। पार्टी के कार्यक्रमों और संगठन के कार्यों में भी विधायक गुट से जुड़े नामचीन चंद कार्यकर्ता ही नजर आ रहे हैं। सारंगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा जहां सधी हुई रणनीति के साथ एकजुट नजर आ रही है वही कॉन्ग्रेस बिखरी हुई दिखाई दे रही है भाजपा में समस्त संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता एक लाइन में है तो वहीं कांग्रेस बे लाइन नजर आ रही है।
सारंगढ़ विधानसभा में वर्तमान विधायक श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े की टिकट लगभग तय है यह कहना फिलहाल अभी जल्दबाजी हो सकता है क्योंकि इसके पीछे कई बड़े कारण नजर आ रहे हैं।
नए चेहरे, पुरुष प्रत्याशी और दोबारा रिपीट के फार्मूले में किसका नंबर लगेगा यह आने वाला समय ही तय करेगा लेकिन यह तो तय है कि सभी प्रत्याशी अपने आप को टिकट का प्रबल दावेदार मानकर एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।
अंत में सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधियों के लिए कई बड़े सवाल, जो चुनावी टाइम में सरदर्द बना हुआ है।
- सारंगढ़ में कांग्रेस कई गुटों में बटी नजर आ रही है और निपटो, निपटाओं की राजनीति के बीच अच्छे कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में दिख रहे है।
- अनूसूचित जाति वर्ग की महिला को महज 2 महीने में एल्डरमैन के पद से हटाने से अनूसूचित जाति समाज में भारी रोष व्याप्त है।
- सोसाइटी अध्यक्ष पद की नियुक्ति में भी भारी गड़बड़-झाले की चर्चा है, जिसकी कार्यकर्ताओं के बीच सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है।
- पार्टी के वरिष्ठ नेतागन भी पुरुष और पढ़े लिखे विधायक की भी मांग समय समय पर उठा रहे हैं।
- पूर्व विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लहर में वर्तमान विधायक ने 52 हजार से भी अधिक मतों की लीड हासिल की थी। ठीक उसके 6 महीने बाद लोकसभा चुनाव में सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने 52 हजार मतों के लीड के गड्ढे को पाटकर 11 हजार का लीड लिया।
नोट- यह पूरी रिपोर्ट विधानसभा क्षेत्र में न्यूज संस्थान द्वारा करवाए गए जनता के बीच विभिन्न सर्वे और पॉलिटिकल पार्टी के प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार तैयार की गई है। किसी भी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों पर किसी भी प्रकार का आरोप प्रत्यारोप हमारी संस्थान नही लगती है ना ही इसका दावा करती है।