■लघुकथा. •महेश राजा. 4 years ago ●परिवार -महेश राजा [ महासमुंद-छत्तीसगढ़ ] सोशल साईंस की आनलाइन क्लास के बाद भव्य ने पापा मम्मी से पूछा,यह परिवार क्या है? दीपिका हँसी,बेटा आप...
■दो लघुकथाएं : •महेश राजा. 4 years ago [ 1] दायित्व बोध हर रोज की तरह सुबह की सैर के बाद राज अपनी मनपसंद जगह हनुमान मंदिर पर बैठा हुआ था। रीमा का...
■ दो लघुकथाएं: ‘सिक्का’. •रामनाथ साहू. 4 years ago (1) जोरावर सिंह को राह चलते एक रुपए का सिक्का पड़ा हुआ मिला था, तब वह बहुत खुश हुआ था । इतना अरसा बीत जाने...
■रचना आसपास : •अर्चना शर्मा. 4 years ago ●पुरुष. -अर्चना शर्मा. [ बरेली, उत्तरप्रदेश. ] अनगिनत त्याग करता जाता, कठिनाई में बढ़ता जाता, आंसू की धाराएं चुपचाप पिए , ये अधिकार भी उससे...
■रचना आसपास : •सरस्वती धानेश्वर. 4 years ago ●किसने पुकारा है मुझे -सरस्वती धानेश्वर [ भिलाई-छत्तीसगढ़ ] एकांत अक्सर मुझसे बातें करता है, मेरी संवेदनाओं को तराशता है, मुझे जीने के लिए मेरी...
■छत्तीसगढ़ी कहानी : •चन्द्रहास साहू. 4 years ago ●इन्द्राणी -चन्द्रहास साहू. [ धमतरी-छत्तीसगढ़ ] ओखर करा महल अटारी नई रिहिस । फेर नानकुन कुंदरा रिहिस टूटहा । मीत मितानीन कस चिरई चिरगुन आ...
■छत्तीसगढ़ी रचना : •चंद्रहास साहू. 4 years ago ●तुतारी -चंद्रहास साहू [ धमतरी-छत्तीसगढ़] हा.. हा.. तो.. तो.. के आरो के संग खेत जोतत हावय सियनहा हा । बइला मन घला आज अब्बड़ मेछराइस...
■लघुकथा : •सुधा वर्मा. 4 years ago ●कचरे का डिब्बा -सुधा वर्मा [ रायपुर-छत्तीसगढ़ ] आँगन बाड़ी में बच्चे खेल रहे थे। मैं अचानक ही वहां देखने पहुँच गई। मैने सब बच्चों...
■लघुकथा : •विक्रम ‘अपना’. 4 years ago ●मुनिया का जन्मदिन -विक्रम 'अपना' [ नन्दिनी, अहिवारा-छत्तीसगढ़ ] आज मुनिया का जन्मदिन था। उसने पिताजी को न जाने कितनी बार यह याद दिलाया था...
■लघुकथा : •डॉ. डीपी देशमुख. 4 years ago ●स्नेह -डॉ. डीपी देशमुख [ भिलाई-छत्तीसगढ़ ] एक शहरी नदी का तट।दो अलग-अलग पत्थरों पर बैठे युवक और युवती निस्पंदन का घूंट पी रहे थे।कुछ...