हमारे देश में 20 साल के लोगों में बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा
हमारे देश में महानगरों में 20 साल की आयु वाले आधे से भी ज्यादा पुरुषों और दो-तिहाई महिलाओं को डायबिटीज की बीमारी होने कि संभावना है. लोगों में टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा है ज्यादा है. डायबिटोलॉजिया जर्नल में छपी एक स्टडी में बड़े शहरों में रहने वाले किसी भी आयु और बॉडी मास इंडेक्स के लोगों में डायबिटीज होने की संभावना का आकलन किया गया है.
तेजी से हुए शहरों के विकास में लोगों की डाइट क्वालिटी और फिजिकल एक्टिविटी में कमी के कारण से इस बीमारी को बढ़ावा मिल रहा है.
डायबिटीज के कारण देश में पहले ही करीब साढ़े सात करोड़ से ज्यादा मरीजों है, अगर ऐसा ही रहा तो साल 2045 तक देश में रोगियों की संख्या तकरीबन साढ़े 13 करोड़ हो जाएगी.
रिपोर्ट के अनुसार, 20 साल के पुरुषों और महिलाओं में इस बीमारी के होने का खतरा अभी 56 और 65 फीसदी बढ़ चुका है.
60 साल के महिला और पुरुष जिन्हें डायबिटीज नहीं है, उनमें भी यह बीमारी होने का खतरा 38 और 28 प्रतिशत है बड़ा है.
20 साल के आयु वाले 86 प्रतिशत मोटे पुरुषों को डायबिटीज हो सकती है. जबकि महिलाओं में इसका खतरा पुरुषों से एक प्रतिशत अधिक है.
वे लोग जिनका बीएमआई नॉर्मल है, वे डायबिटीज से मुक्त रहेंगे ऐसा आकलन है.