मानसून के मौसम में इन चार काढ़ों के सेवन से मिलेगा बेहद फायदा, बीमारियों से करेंगे बचाव!
मानसून के मौसम को हर कोई इंज्वाय करना चाहता है, सभी को बरसात में भीगना पसंद है। बच्चों को तो बरसात में खेलने में अलग ही मजा मिलता है, ज्यादातर बच्चे खेलने के चक्कर में कई बीमारियों की जद में आ जाते हैं। बरसात में कई तरह के इन्फेक्शन का डर रहता है, जिसकी वजह से खांसी, गले में दर्द और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां लग सकती हैं।
ऐसे में काढ़े का सेवन ज्यादा बेहतर हो सकता है। काढ़े को हमेशा से ही सेहत के लिए अच्छा माना जाता रहा है और इस कोरोना काल में भी इसका उपयोग खूब बढ़ा है। विशेषज्ञ कहते हैं कि काढ़े के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं कि मानसून में कौन से काढ़े सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं,
काली मिर्च का काढ़ा,
काली मिर्च को पानी में उबाल लें। जब इसका पानी आधा हो जाय तो ठंडा होने के लिए छोड़ दें। पूरी तरह से ठंडा होने के बाद इसका उपयोग कर सकते हैं।
जीरा, काली मिर्च और गुड़ का काढ़ा,
एक ग्लास पानी में एक चम्मच जीरा और एक चौथाई चम्मच काली मिर्च को मिलाकर पानी आधा होने तक उबालें। स्वाद के लिए गुड़ भी मिला सकते हैं। उबालने के बाद ठंडा होने के लिए छोड़ दें। इसे पूरे दिन में 2 से 3 चम्मच तक उपयोग कर सकते हैं।
दालचीनी की चाय,
दालचीनी का इस्तेमाल सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं किया जाता है बल्कि यह कई तरह की औषधियों और रोगों के इलाज में भी उपयोगी है। इससे बनी चाय स्वास्थ्य को कई फायदे दे सकती है। यह इम्यूनिटी को मजबूत कर अनेक बीमारियों से शरीर को बचा सकती है। लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी तरह के काढ़े का सेवन अधिक मात्रा में कभी नहीं करना चाहिए, वरना उसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।
अदरक, नींबू और शहद का काढ़ा,
इन तीनों ही चीजों को स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है। ऐसे में अगर इन तीनों को मिला दिया जाए तो ये बीमारियों को शरीर के आसपास भी नहीं फटकने देंगे। अदरक, नींबू और शहद के काढ़े का सेवन आपको बरसाती बीमारियों से बचा सकता है और आपकी इम्यूनिटी को मजबूत कर सकता है।