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रचना आसपास :विकास चौधुरी

1 year ago
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विकास की बात
– विकास चौधुरी
[ अधिवक्ता,व्यवहार न्यायालय, भिलाई-चरोदा, जिला-दुर्ग, छत्तीसगढ़ ]

महीना चुनाव का आ रहा है
जी मेरा बहुत घबरा रहा है
जहांँ जहाँ भी मंच सजेंगे
नेता मुझ पर तंज कसेंगे
चीख-चीखकर मेरा नाम लेंगे
मुझ ईमानदार को बदनाम करेंगे
कहेंगे जब वो *विकास कहाँ है?
कहीं दिखाई क्यों नहीं देता विकास?*
मैं निकल न पाऊँगा घर से
सहमा सहमा रहूँगा डर से
सफाई दे न सकूँगा उनके नजदीक जाकर।
*मैं यहाँ हूँ,यहाँ हूँ सुना न सकूँगा गाकर।।
मैं कोई पक्की सड़क,बिजली का खंभा
या नल कनेक्शन नहीं हूँ
मुश्किलों से साँस लेता आम आदमी हूँ,
परेशाँ हूँ,हताश हूँ,उदास हूँ।
शायद मैं भी चुनावी घोषणा पत्र की तरह
बस नाम का विकास हूँ।
बस नाम का विकास हूँ,बस नाम का विकास हूँ।

[ ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ के लिए विकास चौधुरी की प्रथम प्रस्तुति •संपर्क- 98931 05145 ]

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