‘कांग्रेस सिर्फ प्रियंका को प्रोजेक्ट कर रही है…’, TMC सांसद का Congress पर हमला
शीतकालीन सत्र में हुए सरकार और विपक्ष के तकराव के बाद अब विपक्षी पार्टियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आने लगा है. इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टी टीएमसी कांग्रेस पर निशाना साधा है. TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस विपक्ष की भूमिका निभाने में विफल रही है. संसद सत्र के दौरान कांग्रेस सिर्फ प्रियंका गांधी को ही प्रोजेक्ट करती रही.
तृणमूल कांग्रेससांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कांग्रेस के साथ रिश्तों को लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा, ”कांग्रेस इस सत्र में मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभाने में विफल रही है.” इतना ही नहीं उन्होंने लोकसभा में पहली बार सांसद चुनी गईं प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘कांग्रेस सिर्फ प्रियंका को प्रोजेक्ट कर रही है. और आंबेडकर मुद्दे पर फैसला लेकर वे अन्य गठबंधन सहयोगियों पर दबाव बना रही है. हालांकि सुदीप बंद्योपाध्याय ने साफ कर दिया कि गठबंधन और अन्य सहयोगियों का उनकी इस प्रतिक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, ”तृणमूल कांग्रेस अपनी नीति के अनुसार आगे बढ़ रही है और इंडिया गठबंधन के साथ है.”
संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन संसद में इंडिया अलायंस ने सरकार के खिलाफ मार्च किया, तो तृणमूल कांग्रेस ने ‘एकला चलो’ नीति पर चलते हुए आंबेडकर प्रतिमा के नीचे अपना अलग विरोध प्रदर्शन किया. इस मुद्दे पर कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच तकरार खुलकर सामने आया है.
बंगाल कांग्रेस के नेता बोले- बीजेपी और टीएमसी में हो गई सेटिंग
बंगाल कांग्रेस ने सुदीप बंद्योपाध्याय के बयान पर टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी-तृणमूल में सेटिंग हो गई है. कांग्रेस नेता सौम्या आइच रॉय ने कहा, ”सुदीप बंद्योपाध्याय पीएम मोदी को खुश करने की भाषा बोल रहे हैं. टीएमसी संसद में आडानी के खिलाफ मुंह नहीं खोलती है. वे चुप हैं. वे वास्तव में गठबंधन को कमजोर कर रहे हैं.” वहीं, बीजेपी नेता जगन्नाथ चटर्जी ने कहा, ‘वे लोकसभा चुनाव में भी अनुपस्थित थे. गठबंधन पूरी तरह टूट चुका है.’
बता दे कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद इंडिया गठबंधन के घटक दलों में दूरियां बढ़ने लगी है. संसद सत्र के दौरान कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की सहयोगी पार्टियां तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच खुलकर मतभेद होने लगे है.