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छत्तीसगढ़, मेरा ग्राम -कुष्ठ मुक्त ग्राम
●मेरा ग्राम-कुष्ठ मुक्त ग्राम बनाने के लिए विशेष अभियान
●राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत
●दुर्ग जिला कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में खोज अभियान
●जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. अनिल कुमार शुक्ला ने अभियान की दी जानकारी
छत्तीसगढ़ । जिले में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ रोगी खोज अभियान पाटन ब्लॉक में 07 दिसंबर से चलाया जा रहा है । इस दौरान अब तक पाटन ब्लॉक के 112 ग्राम पंचायतों में 40 नये कुष्ठ रोगियों को खोजा गया जिसमें 28 पीबी एवं 12 एमबी के नये केस मिले हैं । जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. अनिल कुमार शुक्ला ने बताया, 7 दिसंबर से 24 दिसंबर तक पाटन के समस्त 112 पंचायतों में सभी सरपंच, पंच, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वयंसेवी संस्था सहित कुल 4,350 सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया था। इस अभियान में समुदाय में रोग के संक्रमण को रोकनें के लिए व नये कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों की पहचान के लिए घर के मुखिया को प्रशिक्षित किया गया है। मुखिया द्वारा ही प्रत्येक सदस्य के शरीर में दाग व धब्बों की पहचान की जा रही है।
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ शुक्ला ने बताया, पाटन ब्लॉक में कुष्ठ रोगी खोज अभियान आगामी 20 जनवरी तक चलेगा । इसी कड़ी में अब यह अभियान पाटन ब्लॉक के बाद जिले के निकुम, धमधा ब्लॉक, अर्बन क्षेत्र दुर्ग, भिलाई एवं चरौदा में चलाया जाएगा। “ मेरा ग्राम -कुष्ठ मुक्त ग्राम ” अभियान में जिले को कुष्ठ मुक्त बनाने को सरपंच, पंच व ग्रामवासी जन भागीदारी के सहयोग से एवं घर के मुखिया द्वारा ही घर के सभी सदस्यों की जांच कर रोग पहचान कराया जा रहा है। इससे लोगों में कुष्ठ रोग के प्रति जागरुकता उत्पन्न कर तथा जनभागीदारी से कुष्ठ उन्नमूलन के लिए अभिनव प्रयास किया जा रहा है।
जिला कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे के दिशानिर्देश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में 7 जनवरी तक 40 कुष्ठ के नये मरीज चिन्हांकित किये गये है। 28 पीबी व 12 एमबी मरीजों का चिन्हांकन कर उपचार प्रारंभ किया गया है। जिले में कुष्ठ के प्रति जनजागरुकता लाने व त्वरित निदान व उपचार के लिए मरीजों को चिन्हांकित करने के बाद चर्म रोग निदान शिविर आयोजित की जा रही है। ताकि संक्रमण के लक्षण में ही रोग की पहचान कर शरीर को विकृत होने से सुरक्षित किया जा सके। अभियान को सफल बनाने के लिए मिनानिनों द्वारा गृहभ्रमण कर एक कार्ड प्रदान किया जा रहा है । कार्ड में कुष्ठ रोग के लक्षण व पहचान के बारे में जानकारियां दी गयीं हैं । चिंहांकित लोगों की स्क्रीनिंग स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है।
निशुल्क चर्म रोग निदान शिविर 9 से 15 जनवरी तक
बीएमओ डॉ. आशीष शर्मा ने बताया, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्नमूलन कार्यक्रम के तहत “मेरा ग्राम कुष्ठ मुक्त ग्राम” की परिकल्पना को आधार बनाकर कार्ययोजना तैयार की गई है। चर्म रोग निदान और उपचार अभियान के घर-घर सर्वे के लिए 9 नॉन मेडिकल अस्सिटेंट ( एनएमए) दल लगाए गए हैं। बीएमओ ने कहा, लोगों से अपील की जा रही है कि निशुल्क चर्म रोग निदान शिविर का आयोजन 9 जनवरी 2021 को ग्राम पंचायत भवन अमलेश्वर, सांतरा, जामगांव और 11 जनवरी 2021 को ग्राम पंचायत भवन किकिर मेटा, खोला, 12 जनवरी 2021 को ग्राम पंचायत भवन पाहंदा, गब्दी। 13 जनवरी को ग्राम पंचायत केसरा, फुंडा, घुघवा-क., 14 जनवरी 2021 को ग्राम पंचायत भवन को पन्दर, जामगांव एम., मोंरिद, 15 जनवरी को ग्राम पंचायत भवन को तेलीगुंडरा, अरसनारा में किया जाएगा। शिविर के बाद भी छुटे हुए लोगों की जांच के लिए आगामी 4 दिनों तक घर-घर अभियान चलाया जाएगा।
[ न्यूज़ डेस्क, ‘छत्तीसगढ़ आसपास’ प्रिंट एवं वेब पोर्टल न्यूज़ ग्रुप समूह,रायपुर,छत्तीसगढ़. ]